Sunday, September 27, 2009

विरासत

त्योहारों का मौसम चल रहा है , इसका लुत्फ़ उठाएं ! नवरात्री समाप्त होने को है,दशहरा आने वाला है
सब तरफ़ गरबा और डांडिया की धूम है ! अभी अभी रमजान का पवित्र महीना समाप्त हुआ है ,
ईद की सेवईं हम खा चुके ! अब दीपावली का धमाल होगा ! कुल मिलकर ये की चारो तरफ़ मस्ती ही मस्ती !
पर ऐसे समय हमारी जिम्मेदारी है की बच्चों को इनका महत्व समझाएं ! सामाजिक सौहार्द और भाईचारा
बनाये रखने का माध्यम त्यौहार ही तो हैं !
पुराने ज़माने में जब शिक्षा का प्रतिशत बहुत कम था , उस समय हमारे पूर्वजों ने समाज को एक सूत्र में बांधने
के लिए इस तरह की बहुत सी परम्पराएँ शुरू की , जिनका धार्मिक और सामाजिक, दोनों महत्व था !
कितने भले और बुद्धिमान थे हमारे पूर्वज !
हे माँ शक्ति , दुर्गा माता , दुष्टों का संहार करो माँ
सबके मन का राछस मारो,
सबके दिल में प्यार भरो माँ !!

Wednesday, September 23, 2009

थरूर का गुरूर

थरूर का गुरूर

थरूर साहब के बारे में सुना तो लगा ,अच्छे लोग राजनीती में फिर आने लगे हैं !मगर ग़लतफ़हमी जल्दी दूर हो गई ये भी छुटभैय्या नेता निकले !इकोनोमी क्लास में ठीक ठाक लोग यात्रा करते हैं !आपने उन्हें कैटिल क्लास बोल दिया !आप जब ग्रामीण क्षेत्र में जायेंगे और गरीब बदहाल जनता को देखेंगे तो उन्हें क्या कहेंगे ? सुनना बाकी है !आम जनता तो पहले से ही मंहगाई , भ्रष्टाचार , और अनगिनत घोटालों का डंडा एक कैटिल की तरह बर्दास्त कर रही है !

आप तो आम जनता की हालत सुधारने का प्रयास करने की बजाय उन पर व्यंग कर रहे हैं !!

एक कहानी सुनी थी कि अच्छे ओहदे वाले व्यक्ति ने अपने गरीब पिता का परिचय , अपने नौकर के रूप में कराया था ! माननीय विदेश राज्य मंत्री जी - विदेशों में आप अपने देश का परिचय कैसे कराएँगे ???

Saturday, September 19, 2009

विश्व सुन्दरी

ब्लॉग जगत में आज मेरा पहला कदम है ! मन की बातें गठरी से निकलकर आप तक पहुँचती रहेंगी
एक कविता प्रस्तुत है--

संसार की सबसे सुंदर औरत
एक दिन गर्लफ्रेंड ने कहा , एक सवाल करती हूँ सोच कर जवाब देना ,मैं कैसी दिखती हूँ ?
मैंने कहा -इसमे सोचने की क्या है बात ,तू तो है अमावस में भी चाँदनी रात
थोड़े नखरे जरूर करती है पर इस धरती पर तू सबसे सुंदर लगती है
वह लजा गई ,शरमा गई , जाते जाते अपने क्रेडिट कार्ड का बिल थमा गई
मैंने सोचा ,सिर्फ़ तन से सुंदर औरत ,सबसे सुंदर औरत नही हो सकती
मेरे पास पैसे न हों तो एक पल भी नहीं टिक सकती
मेरी पत्नी जो मेरे हर बात का रखती है ख्याल ,
कहती है -अभी बच्चों के लिए खरीदते हैं , मेरे लिए अगले साल
मैं सोचने लगा ,मेरी पत्नी तो तन और मन दोनों से सुंदर है
संसार की सबसे सुंदर औरत तो मेरे घर के अन्दर है
मेरे घर संसार को बहुत प्यार करती है ,हाँ मायके जाना हो तो हमेशा तैयार रहती है
कहती है माँ है तो मायका है ,उसके बनाये खाने का अलग जायका है
मैं भी मानता हूँ की माँ की जगह कोई ले नहीं सकता
ज्यादा की छोड़ो ,उसके जितना प्यार कोई दे नहीं सकता
माँ किसी से कुछ नहीं चाहती है ,सिर्फ़ अपने बच्चों का सुखी जीवन चाहती है
मैं सुन्दरता की परिभाषा नहीं जानता हूँ ,परन्तु प्यार भरे दिलवाले को सुंदर मानता हूँ
जिसके सीने में प्यार का लहराता समंदर है
नि:स्वार्थ,निष्कपट,निश्छल प्यार देने वाली माँ ,इस धरती पर तू सबसे सुंदर है
तो जीवन की इस भाग दौड़ में ,कुछ वक्त निकालते रहना
औरसंसार की सबसे सुंदर औरत का मान सम्मान करते रहना
धन सम्मान खूब कमाना ,माँ का दिल कभी मत दुखाना